आभार
इस बार के निर्धारित किये गए विषय के बारे में विस्तार ने निम्नवत है....
ई-बरिस्ता सार्थक चर्चा के लिए बनाया गया आपका ही मंच है. पिछले कुछ माह से देश में लगातार जन लोकपाल बिल को लेकर माहौल बना हुआ है. एक वर्ग ऐसा है जो देश में लोकपाल को लेकर मची हलचल के लिए अन्ना के अनशन को प्रभावी मानता है जबकि एक वर्ग ऐसा भी है जो इसके पीछे मीडिया का हाथ बताता है...इस दूसरे वर्ग का कहना है कि इसी कारण से अन्ना टीम ने अपने लोकपाल बिल में मीडिया को शामिल नहीं किया है.....
देश में पिछले ग्यारह साल से अनशन कर रही इरोम शर्मीला का नाम हो अथवा ६८ दिनों तक अनशन के बाद मौत का शिकार हुए निगमानंद ऐसे नाम हैं जो देश के सामने नहीं आ सके हैं...ऐसे में कहीं न कहीं मीडिया की भूमिका चर्चा में आती ही है...बस इसी कारण ई-बरिस्ता ने भी अपनी चर्चा का विषय मीडिया को बनाया है. इस बार का विषय है "अन्ना आन्दोलन को लोकप्रियता क्या मीडिया के द्वारा मिल रही है?"
इस मुद्दे के पक्ष या विपक्ष में अपने विचार हमें ebaristaa@gmail पर मेल करें...आपके विचारों का प्रकाशन १ जनवरी २०१२ से १५ जनवरी २०१२ तक किया जायेगा.